शनिवार को नेपाल में आए भयंकर भूकंप के बाद रविवार दोपहर को भी नेपाल सहित उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों और नेपाल में रविवार दोपहर 12.39 बजे फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 6.7 मापी गई. भूकंप का केंद्र काठमांडो के उत्तर पश्चिम में करीब 80 किलोमीटर दूर लामजंग में था, और इसका असर बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों पर पड़ा और पूरे पूर्वी और उत्तरपूर्वी भारत में इसके झटके महसूस किए गए.
भूकंप से दहशत के मारे लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए. चारों तरफ फिर से अफरातफरी का माहौल है. रविवार का दिन होने के कारण लोग घरों को छोड़कर पार्क और खुले मैदानों में रुके रहे. इससे पहले रविवार सुबह छह बजे के करीब नेपाल में फिर से भूकंप के कई जोरदार झटके महसूस किए गए थे.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी की. उन्होंने बताया कि भूकंप की जानकारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. बैठक में भूकंप पीड़ितों के लिए अतिरिक्त मदद क्या की जा सकती है इस पर चर्चा की गई.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई हिस्सों में आज फिर भूकम्प के झटके महसूस किये गये. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भूकम्प की आशंका के मद्देनजर राज्य के सभी स्कूल अगले दो दिन तक बंद रखने के निर्देश दिये हैं. यूपी सरकार ने भूकंप में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 20 हजार बतौर मुआवजा देने का एलान किया है.
मौसम विभाग के फिर से भूकंप आने के अलर्ट के चलते दिल्ली में रोकी गई लेकिनम मेट्रो सेवा ट्रैक चेकिंग के बाद फिर से शुरू कर दी गई है, मगर अभी रफ्तार कम रखी गई है.
गौरतलब है कि शनिवार को आए भूकंप से नेपाल में 2200 से अधिक और भारत 50 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.