शुरुआत एक सवाल से – क्या क्लासरूम में प्रश्न -उत्तर जनित ज्ञान को साक्षरता कहा जा सकता है। परिभाषा कहती है -हाँ। तो तजुर्बे से पैदा हुए
5 सितंबर 1888 को तिरुत्तनी, तमिलनाडु में जन्मे राधाकृष्णन एक ऐसे शिक्षक थे जिहोने छात्रों को हमेशा सार्थक और बेहतर करने की प्रेरणा
नमस्कार, कहावत है तंदुरुस्ती हज़ार नियामत। तो आज पुरसाहाल लेते हैं देश की सेहत का। यानी भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र का। कैसा रहा अब तक सफर। इसके
नमस्कार, IMF (2019) की रिपोर्ट में भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताया गया है। इसने पिछले पांच वर्षों में
नमस्कार, आज बात करते हैं देश के फार्मा सेक्टर की। ये सुकून की बात है कि जहां कोविद के चलते अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी हुई है वहीँ McKinsey ताज़ा
नमस्कार, स्वतंत्रता दिवस से जुडी इस सीरीज में आज चर्चा करेंगे महिला सशक्तिकरण की। अक्सर कहा जाता है कि एक सभ्यता, उसकी प्रगति और उसकी कमियों को
नमस्कार, लेखों की इस शृंखला को हमने स्वतंत्रता की 74 वीं सालगिरह के साथ पिरोया है। मक़सद रहा कुछ चुनींदा विषयों के चश्मे से देश के विकास को
नमस्कार , आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ। भारत ज़माने से क्रांति की भूमि रहा है -तमाम तरह के सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन इसके गर्भ से उत्पन्न
नमस्कार, 15 अगस्त यानी हमारा 74वां स्वतंत्रता दिवस निकट है। इस मौके पर हम कुछ चुनींदा विषयों पर बात कर रहे है। आज चर्चा होगी स्वतंत्र भारत में
इसी बरस जब मार्च से कोविड का कहर बढ़ा तो सरकार ने कुछ सेक्टर्स में कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दे दी। उस फेहरिस्त में सबसे ऊपर आईटी
नमस्कार आज बात भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की हो रही है। स्वतंत्र भारत में इसका श्रेय डॉ विक्रम साराभाई को जाता है। 1962 में इन्होने Indian
नमस्कार, इस 15 अगस्त को हम 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे यानी अंग्रेज़ो को देश छोड़े इतने बरस हो जायेंगे। हर बरस कुछ ऐसे मौके आते हैं जब हम
10 मई, 1857 में आज़ादी की लड़ाई का जब पहला बिगुल बजा तो बाल गंगाधर तिलक एक बरस के थे। इनका जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले के
बेटियों का विकल्प नहीं है। जान लीजिये। इस अंतहीन पर निहायत ज़रूरी विषय पर मोटी मोटी बात करते हैं जैसे मानवता के विकास में पहली सीढ़ी से लेकर आजतक