ऑस्कर पुरस्कार विजेता और ‘गांधी’ फिल्म बनाने वाले मशूहर ब्रिटिश फिल्म निर्दशक रिचर्ड एटेनबरा का लंदन में निधन हो गया, रिचर्ड 90 साल के थे. रिचर्ड ने ‘गांधी’ के लिए समीक्षकों की खूब तालियां बटोरी थीं.
रिचर्ड के बेटे माइकल एटेनबरा ने समाचार एजेंसी बीबीसी को दी जानकरी में कहा कि रिचर्ड की तबियत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही थी. रविवार की दोपहर उनका निधन हो गया.
करीब छह दशकों के अपने फिल्मी करियर में रिचर्ड ने कैमरे को दोनों ओर अपने काम का लोहा मनवाया. निर्देशन के साथ-साथ रिचर्ड ने कई फिल्मों में अपने उम्दा अभिनय का भी परिचय दिया.
रिचर्ड को गांधी फिल्म के लिए सबसे बेहतरीन निर्देशक के लिए ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. रिचर्ड ने बिट्रेन के सफलतम निर्देशक बनने से पहले एक मंझे हुए अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बनाई.
रिचर्ड ने ब्रिटन रॉक, द्वितीय विश्व युद्ध के कैदियों पर बनी फिल्म ‘दग्रेट एस्केप’ और जुरासिक पार्क जैसी शानदार फिल्मों में अभिनय किया.
बीबीसी को दी गई जानकारी के मुताबिक रिचर्ड कई वर्षों से नर्सिंग होम में रहकर अपना उपचार करा रहे थे. छह साल पहले रिचर्ड सीढ़ियों से गिर गए थे, तब से वे व्हीलचेयर के सहारे ही चला करते थे.
रिचर्ड के निधन पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने शोक जताया है. माइकोब्लागिंग साइट ट्विटर पर कैमरन नेरिचर्ज को सिनेमा जगत का महान शख्स बताते हुए लिखा ‘ब्रिटन रॉक में उनका अभिनय शानदार था और ‘गांधी’ मेंनिर्देशक के तौर पर उन्होंने अद्भुत काम किया’.
अपने भाई डेविड एटेनबरा के साथ रिचर्ड बिट्रेन की मशहूर हस्तियों में शुमार थे. 12 साल की छोटी उम्र से ही उन्होंने अभिनय की शुरुआत कर दी थी. रिचर्ड ने अपना पहला पेशेवर नाटक सिर्फ 18 साल की उम्र में किया था.
1942 में आई ‘इन विच वी सर्व’ से उन्होंने अपने करियर का आगाज किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपने शानदार करियर में रिचर्ड ने 70 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया. निर्देशन और अभिनय के लिए रिचर्ड को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.