सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया. 24 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में कुल 22 बैठकें होनी हैं.
सत्र की शुरूआत में राज्य सभा में सभापति हामिद अंसारी ने नवनिर्वाचित सदस्य मेघराज जैन को राज्य सभा सदस्यता की शपथ दिलाई. इसके बाद सदन के दिवंगत सदस्यों को सदन की ओर से श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा में सदन की कार्यवाही नवनिर्वचित सदस्यों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुई. जिसमें महाराष्ट्र के बीड से रिकॉर्ड जीत दर्ज करके आईं भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे और मैनपुरी से सपा सांसद तेज प्रताप यादव समेत तीन अन्य सदस्य शामिल थे.
लोकसभा की कार्यवाही को भी दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र की शुरूआत से पहले सत्र के सुचारू तौर पर चलने की उम्मीद जताई. मोदी ने कहा कि सरकार सभी बड़े मुद्दों पर मिलजुल कर काम करेगी. उन्होंने कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी हर एक सांसद की है. शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी जिसमें सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई.
शीतकालीन सत्र की शुरूआत के साथ ही सरकार के सामने चुनौतियों का दौर भी शुरू हो गया है. इस सत्र में कई लंबित विधेयकों के पारित होने की उम्मीद है. वहीं विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए भी कमर कस ली है.
रविवार को सत्र की पूर्व संध्या पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गैरमौजूद रही थी. हाल ही में जनता परिवार के नाम पर एकजुट हुए सपा, जेडीयू, आरजेडी और जेडीएस जैसे दल सरकार को सदन में घेरने के लिए तैयार हैं.